हो सकेगी सर्जरी
राहत देने वाली बात यह है कि 26 साल के बजनदार की जल्द ही सर्जरी कर उसे एपिडर्मोडाइस्प्लासिया वेरूसिफोर्मिस नामक इस बीमारी से निजात दे दी जाएगी। डॉक्टरों के मुताबिक सर्जरी से यह छाल हट जाएगी तो बजनदार के शरीर से करीब 5 किलो वजन कम हो जाएगा। इस सर्जरी का पूरा खर्च अस्पताल उठा रहा है। दक्षिणी जिले के खुलना में रहने वाले अबुल ने बताया, \'शुरुआत में मैंने सोचा कि ये नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, लेकिन धीरे धीरे मैं काम करने में असमर्थ होता चला गया।\' अबुल ने बताया कि 10 साल पहले उनकी उंगलियों पर यह ग्रोथ शुरू हुई थी। अब उनके दोनों हाथों में दर्जनों 2-3 इंच की शाखाएं हैं और पैरों में भी कुछ छोटी-छोटी ग्रोथ है।
रिक्शा चलाता था अबुल
अबुल पहले रिक्शा चलाने का काम किया करता था, लेकिन इस बीमारी के कारण उसे इस काम से निकाल दिया गया। यही नहीं इसके बाद पड़ोसियों ने भी उसे मोहल्ले से बाहर कर दिया। अबुल की इस बीमारे के बारे में डीएमसीएच के निदेशक सामंत लाल सेन ने बताया कि इसे ट्री मैन डिसीज के रूप में जाना जाता है। सामंत ने बताया, \'अबुल सहित पूरी दुनिया में ऐसे केवल 3 ही मामले सामने आए हैं। इंडोनेशिया के एक गांव में इसी बीमारी से पीडि़त एक व्यक्ति का वर्ष 2008 में ऑपरेशन किया गया था। उसके पूरे शरीर में ऐसी ग्रोथ थी।\' यह बहुत ही रेयर जेनेटिक स्किन डिसऑर्डर है, जिसमें प्रभावित इंसान में पेड़ की जड़ों और शाखाओं की तरह स्किन ग्रोथ होने लगती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें