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जनवरी को पूरी दुनिया ने नया साल एक ही बार मनाया, लेकिन दुनिया में एक
ऎसी जगह भी जहां एक ही दिन में 16 बार आया नया साल। यह आश्चर्यजनक कोई और
नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) हैं।
16 बार लगाया पृथ्वी कार चक्कर-
आईएसएस में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने बुधवार रात 16 बार नया साल मनाया । ऎसा इसलिए क्योंकि अंतरिक्ष स्टेशन आधी रात में 16 सोलह बार पृथ्वी के एक हिस्से के ऊपर से गुजरा। नासा के मुताबिक आईएसएस के माध्यम से पृथ्वी का चक्कर लगा रहे अभियान 42 के सदस्यों को 16 बार नया साल मनाने का मौका मिला।
28163 किलोमीटर प्रति घंटे की है गति-
आईएसएस 28163 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से धरती का चक्कर लगा रहा है। अभियान दल के सदस्य नए साल की शाम को विभिन्न परीक्षणों में लगे थे, जिनमें अंतरिक्ष यान में लंबे समय तक रहने पर इंसान की आंखों में होने वाले बदलाव आदि शामिल थे। अभियान दल के सदस्य अगले मालवाहक यान के आगमन की तैयारी में भी जुटे थे। स्पेस एक्स-5 और ड्रैगन अंतरिक्ष यान आईएसएस पहुंचने वाले हैं।
16 बार लगाया पृथ्वी कार चक्कर-
आईएसएस में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों ने बुधवार रात 16 बार नया साल मनाया । ऎसा इसलिए क्योंकि अंतरिक्ष स्टेशन आधी रात में 16 सोलह बार पृथ्वी के एक हिस्से के ऊपर से गुजरा। नासा के मुताबिक आईएसएस के माध्यम से पृथ्वी का चक्कर लगा रहे अभियान 42 के सदस्यों को 16 बार नया साल मनाने का मौका मिला।
28163 किलोमीटर प्रति घंटे की है गति-
आईएसएस 28163 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से धरती का चक्कर लगा रहा है। अभियान दल के सदस्य नए साल की शाम को विभिन्न परीक्षणों में लगे थे, जिनमें अंतरिक्ष यान में लंबे समय तक रहने पर इंसान की आंखों में होने वाले बदलाव आदि शामिल थे। अभियान दल के सदस्य अगले मालवाहक यान के आगमन की तैयारी में भी जुटे थे। स्पेस एक्स-5 और ड्रैगन अंतरिक्ष यान आईएसएस पहुंचने वाले हैं।
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