टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के बारे में कुछ खास खुलासे किए हैं। गांगुली का कहना है कि धोनी दबाव में होने के बावजूद धैर्य कायम रखने की कला में माहिर हैं, यही वजह है कि वे इतने लंबे समय से यह जिम्मेदारी निभाए जा रहे हैं। धोनी आलोचना का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।
ड्रेसिंग रूम में मिला है धोनी को बहुत सम्मान
जब गांगुली से पूछा गया कि क्या धोनी की अनुचित आलोचना होती है तो उन्होंने कहा, \'यह काम का हिस्सा है। धोनी इतने लंबे समय से कप्तान हैं और वह इन सबके आदी हैं। हम सब इसके आदी हो जाते हैं। साथ ही जब हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हमें आसमान पर बैठा दिया जाता है।\' गांगुली ने कहा, \'धोनी में दबाव की स्थिति में धैर्य बनाए रखने की क्षमता है। काफी लोगों ने मुझसे पूछा है कि आप उसके साथ रहे हैं तो बताइए वह धैर्य बरकरार कैसे रखते हैं। मैं उन्हें कहता हूं कि वह इसे दिखाते नहीं हैं। वह अंदर से अलग और बाहर से अलग हैं। उन्हें ड्रेसिंग रूम में काफी सम्मान मिला है। हम सिर्फ आलोचना को देखते हैं, लेकिन भारत में उन्हें जितना सम्मान मिला है वह अविश्वसनीय है।\'
गांगुल लिख सकते हैं आत्मकथा
गांगुली से जब आत्मकथा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, \'इसके लिए आपको समय निकालना होगा। फिलहाल मैं काफी काम कर रहा हूं। शायद कभी मुझे लिखने के लिए समय मिले।\'
फिलहाल प्रशंसक हूं
गांगुली ने कहा कि अगर उन्हें पेशकश भी की जाती है तो भी वह फिलहाल टीम इंडिया के कोच का पद स्वीकार करने की स्थिति में नहीं हैं। गांगुली ने कहा, \'मुझे नहीं पता क्योंकि अभी मेरे पास एक अन्य जिम्मेदारी है। मैं असल में क्रिकेट के संचालन (कैब अध्यक्ष के रूप में) कर रहा हूं। आप दोनों चीजें एक साथ नहीं कर सकते। फिलहाल कोचिंगल के लिए ना है कयोंकि मैं प्रशंसक हूं जिस पर खेल के संचालन की जिम्मेदारी है।\'
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