सोमवार, 1 फ़रवरी 2016

फेसबुक पर इश्क हुआ तो बन गया लड़के से लड़की

इश्क में लोग क्या कुछ नहीं करते, कुछ अपना घर छोड़ देते हैं तो कुछ दुनिया से लड़ जाते हैं, हालांकि यह एक किस्सा कुछ अलग है। यहां फेसबुक पर एक लड़के को लड़के से प्यार हुआ और उसके साथ घर बसाने के लिए वह लड़की बन गया।




और बन गए गौरव से आशना

लखनऊ घराने के कथक डांसर गौरव को पाकिस्तान के रहने वाले महबूब नवाज (बदला हुआ नाम) से फेसबुक के जरिए प्यार हो गया। दोनों की मंजिल में यूं तो सरहद के अलावा कई मुश्किलें थे, लेकिन सबसे बड़ी परेशानी थी कि दोनों ही पुरुष थे और जिंदगी को सहजता से साथ जीने के लिए एक को अपना अस्तित्व कुर्बान करना था। यह जिम्मा गौरव ने लिया और मुंबई के कई जटिल सर्जरियों के बाद बन गए आशना।

ऐसे हुई मोहब्बत

गौरव ने बताया कि करीब पांच साल पहले उन्हें फेसबुक पर पाकिस्तान से एक फ्रेंड रिक्वेस्ट आई जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। गौरव ने बताया, \'वे सिंध के एक सूफी परिवार से हैं और धीरे धीरे हम बातें करते करते एक दूसरे से प्यार करने लगे। हम आज तक कभी नहीं मिले। दो साल पहले एक बार स्काइप चैट पर उन्हें देखा था।\'

ऐसे किया घरवालों को राजी

गौरव ने बताया, \'एक तरफ तो मैंने उनसे इश्किया निकाह कर लिया था, दूसरी तरफ घरवाले मेरे लिए लड़की देखने लगे थे। हमारा रिश्ता जिस्मानी नहीं रुहानी था, जिसे ज्यादातर लोग नहीं समझ पाते। इस बीच हमारी बातचीत रिश्ते की शक्ल को लेकर भी होने लगी तो बात आई कि हम में से किसी एक को लिंग परिवर्तन करवा कर लड़की बनना होगा। मैंने इंटरनेट से जानकारी जुटाई और मुंबई के दो डॉक्टर्स मिथलेश मिश्रा और अम्या जोशी से संपर्क किया। इसके बाद मैंने घरवालों को राजी करने के लिए पहले अपनी बड़ी बहन मंदाकिनी को मनाया। हां मां को मनाना थोड़ा मुश्किल था, लेकिन बहन और मैंने मिलकर यह कर दिखाया। इसके बाद कई जटिल ऑपरेशंस से गुजरते हुए मैं गौरव से आशना बन गया। इसमें करीब आठ लाख का खर्च आया जिसके लिए मेरी कई अनजान दोस्तों ने मदद की।\'

मार्च में होगा दोनों का मिलन

इस मामले पर गौरव के पाकिस्तानी प्रेमी नवाज कहते हैं कि मुझे अपने महबूब पर फख्र है। जब भी मोहब्बत का जिक्र आएगा, उसमें उनकी कुर्बानी भी याद रखी जाएगी। इंशाअल्लाह मार्च में हिंदुस्तान आउंगा, पूरी कोशिश करूंगा लखनऊ की उस पाक जमीन को चूम सकूं जहां मेरे महबूब ने जन्म लिया और बड़ा हुआ।


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