फ्रांस की राजधानी पेरिस अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में मशहूर है। इसी के बीचोंबीच बहने वाली सेंट-मार्टिन नहर को
शहर का दिल भी कहा जाता है। पर्यटकों का गढ़ बन चुकी इस नहर की करीब 15
साल बाद सफाई कराई गई, तो ऐसी-ऐसी चीजें निकलीं, जिनकी उम्मीद प्रशासन ने
कतई नहीं की थी। पुरानी रेडियो, पुराने कैमरे, ढेर सारी साइकिलें, मोटर
साइकिलें, बम और सोने के सिक्के भी। स्थानीय लोग इस नहर को गंदा करने के
लिए पर्यटकों को दोषी मान रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसी ऊट-पटांग चीजें नहर
में डालने का काम विदेशी पर्यटकों ने ही किया है।
नहर की गंदगी में छिपा� है \'खजाना\'
तीन मील लंबी इस नहर की सफाई पिछली बार 2001 में की गई थी। उस समय निकले 40 टन कचरे में से साइकिलें, मोटर साइकिलें और स्कूटर के अलावा सोने के सिक्के, प्रथम विश्व युद्ध में इस्तेमाल हुए दो बम और यहां तक कि एक कार भी निकली थी। सफाई और फिर से इसमें पानी भरने के लिए सरकार को 70 लाख पाउंड खर्च करने पड़ रहे हैं। इस बार भी प्रथम विश्व युद्ध में इस्तेमाल की गई एक पिस्तौल गंदगी से बरामद हुई है।
तीन मील लंबी इस नहर की सफाई पिछली बार 2001 में की गई थी। उस समय निकले 40 टन कचरे में से साइकिलें, मोटर साइकिलें और स्कूटर के अलावा सोने के सिक्के, प्रथम विश्व युद्ध में इस्तेमाल हुए दो बम और यहां तक कि एक कार भी निकली थी। सफाई और फिर से इसमें पानी भरने के लिए सरकार को 70 लाख पाउंड खर्च करने पड़ रहे हैं। इस बार भी प्रथम विश्व युद्ध में इस्तेमाल की गई एक पिस्तौल गंदगी से बरामद हुई है।
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