यदि
कोई 20 करोड़ रूपए की कार को पत्थर मार दे तो कैसा लगेगा, लेकिन हैदराबाद
के छठे निजाम महबूब अली पाशा की प्यारी रॉल्स रॉयस सिल्वर गोस्ट थ्रॉन कार
के साथ किसी ने ऐसा ही कर दिया। किसी ने पत्थर मार इस मशहूर विंटेज कार को
नुकसान पहुंचा दिया। इस बेशकीमती विंटेज कार पर स्क्रैच आने के बाद इसके एक
हिस्से को पॉलिथीन कवर से ढंक कर रखा जा रहा है।
100 साल से भी पुरानी है कार
निजाम
की इस विंटेज कार को 1911 में बनाया गया था। इसके बाद 1.52 करोड़ रूपए
खर्च कर इसे पहले की हालत में लाया गया था। इस विंटेज कार को चौमोहल्ला महल
में रखा गया है। इस विंटेज कार को देखने सैलानी आते हैं, लेकिन किसी ने
कार की एक तरफ कुछ निशान बना दिए हैं। उन शरारती लोगों की सीसीटीवी फुटेज
की मदद से तलाश की जा रही है।
26 साल में केवल 356 मील चली
यह
विंटेज कार वैसे तो छठे निजाम महबूब अली पाशा की थी। लेकिन 1912 में पाशा
की मौत के बाद इसे 7वें निजाम उस्मान अली खान को सौंप दिया गया। इसके बाद
इसका इस्तेमाल केवल समारोहों के दौरान ही किया जाता रहा। अपनी 26 साल की
निजामी में निजाम ने इस कार को बड़ी किफायत से चलाया। इसीलिए 26 साल में यह
कार महज 356 मील चली।
20 करोड़ से अधिक है कीमत
इस
राल्स रॉयस विंटेज कार को निजाम ने 1934 में मोडिफाई भी करवाया था। वे इसे
1930 के दशक में चल रही स्टाइल वाली कारों का लुक देना चाहते थे। हालांकि
इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है कि जब निजाम ने ये शाही कार खरीदी थी तब इसकी
कीमत क्या थी। फिलहाल इस विंटेज कार की कीमत 20 करोड़ रूपए से अधिक मानी जा
रही है।
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