मंगलवार, 2 फ़रवरी 2016

महिला के शरीर में बनती है शराब, हमेशा रहती है नशे में

एक महिला बिना शराब पिए हमेशा ही शराब के नशे में रहती है। आपको भी उस ट्रैफिक पुलिस की ही तरह इस बात पर यकीन नहीं हो रहा होगा जिसने उसे शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जांच में पाया गया था कि उसके रक्त में कानूनी सीमा से चार गुना अधिकत अल्कॉहल था।



महिला के वकील जोसेफ मारुसक ने बताया, \'जज ने उन पर लगे सभी आरोपों को यह साबित होने के बाद खारिज कर दिया कि उनके शरीर में अपने आप ही अल्कॉहल का स्तर बढ़ जाता है।\'

दरअसल इस महिला को ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति के शरीर में अपने आप ही अल्कॉहल बनता रहता है। इस बीमारी को \'ऑटो-ब्रीवरी सिंड्रोम\' कहा जाता है। ट्रैफिक नियम तोडऩे के आरोप में महिला को न्यूयॉर्क के हैमबर्ग में अरेस्ट किया गया था, लेकिन महिला की ओर से शरीर में ही अल्कॉहल बनने के मेडिकल सबूत पेश करने के बाद जज ने उसे बरी कर दिया।

पैनोला कॉलेज ऑफ नर्सिंग की डीन बारबरा कॉर्डेल ने कहा, \'मैं करीब ऐसे 30 लोगों के संपर्क में हूं, जिन्हें महसूस होता है कि उनको भ्भी इसी तरह का सिंड्रोम है।\' कॉर्डेल के मुताबिक ऐसे लोग 0.03 और 0.04 अल्कॉहल लेवल पर भी सामान्य ढंग से काम कर सकते हैं, जबकि दूसरे लोग इस स्थिति में मर भी सकते हैं। यह दुर्लभ मेडिकल स्थिति तब होती है जब गैस्ट्रोइंटेस्टिनल यीस्ट सामान्य भोजन से मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट को एथेनॉल में बदलने लगता है।

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