महालक्ष्मी मंदिर में प्रवेश के दौरान मेरे कपड़े फाड़े गए: तृप्ति देसाई
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के कोल्हापुर में महालक्ष्मी मंदिर में दर्शन के दौरान भूमाता बिग्रेड की तृप्ति देसाई से मारपीट की गई। तृप्ति ने आरोप लगाया कि उनके कपड़े फाड़ दिए गए, उनके बाल पकड़कर कर खींचा गया। उन्होंने कहा कि मंदिर के पुजारियों ने भी मुझे गालियां दी। ऐसा लग रहा था कि हमलावर मुझे मारने की योजना बना रहे थे। तृप्ति देसाई को कोल्हापुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुजारियों ने मुझे गालियां दी: तृप्ति
उन्होंने कहा कि मंदिर में भी एक भी भक्त नहीं था, 400 से 500 महिला-पुरुष मुझे मारने के लिए आए थे। उन्होंने पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठाए। तृप्ति ने कहा कि जब हम अंदर गए तो पुजारियों ने भी हमारे साथ मारपीट की। अंदर से गालियां दे रहे थे। पुजारी कह रहे थे कि मंदिर के गृभगृह में आने से पवित्रता भंग हो जाती है। मैं पूछती हूं मुझे गाली देना, मेरे साथ मारपीट करना, क्या ये पवित्रता है। उन्होंने बताया कि लोग कह रहे थे कि तृप्ति को मंदिर से जिंदा नहीं निकलने देना चाहिए।
पुजारियों ने गर्भगृह में नहीं घुसने दिया
गौरतलब है कि तृप्ति देसाई बुधवार शाम को 50 महिलाओं के साथ कोल्हापुर में महालक्ष्मी मंदिर में दर्शन करने पहुंची थी। उन पर हल्दी, कुमकुम के साथ मिर्च पाउडर फेंका गया। हालांकि यहां की पुलिस ने कानून व्यवस्था के मद्देनजर इन्हें रोक लिया गया। शाम को तृप्ति देसाई को पुलिस की निगरानी में मंदिर के गर्भगृह में दर्शन के लिए लाया गया। तभी मंदिर जाते समय हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों ने तृप्ति के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर उन पर हमला करने की कोशिश की। पुलिस तृप्ति को मंदिर गर्भगृह के पास लाई लेकिन वहां पर पुजारी और अन्य महिलाओं ने उसे गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं दी।
पुजारियों ने मुझे गालियां दी: तृप्ति
उन्होंने कहा कि मंदिर में भी एक भी भक्त नहीं था, 400 से 500 महिला-पुरुष मुझे मारने के लिए आए थे। उन्होंने पुलिस की लापरवाही पर भी सवाल उठाए। तृप्ति ने कहा कि जब हम अंदर गए तो पुजारियों ने भी हमारे साथ मारपीट की। अंदर से गालियां दे रहे थे। पुजारी कह रहे थे कि मंदिर के गृभगृह में आने से पवित्रता भंग हो जाती है। मैं पूछती हूं मुझे गाली देना, मेरे साथ मारपीट करना, क्या ये पवित्रता है। उन्होंने बताया कि लोग कह रहे थे कि तृप्ति को मंदिर से जिंदा नहीं निकलने देना चाहिए।
पुजारियों ने गर्भगृह में नहीं घुसने दिया
गौरतलब है कि तृप्ति देसाई बुधवार शाम को 50 महिलाओं के साथ कोल्हापुर में महालक्ष्मी मंदिर में दर्शन करने पहुंची थी। उन पर हल्दी, कुमकुम के साथ मिर्च पाउडर फेंका गया। हालांकि यहां की पुलिस ने कानून व्यवस्था के मद्देनजर इन्हें रोक लिया गया। शाम को तृप्ति देसाई को पुलिस की निगरानी में मंदिर के गर्भगृह में दर्शन के लिए लाया गया। तभी मंदिर जाते समय हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों ने तृप्ति के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर उन पर हमला करने की कोशिश की। पुलिस तृप्ति को मंदिर गर्भगृह के पास लाई लेकिन वहां पर पुजारी और अन्य महिलाओं ने उसे गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं दी।
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