रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, आगे बढऩे के लिए मुझे प्रियंका की जरूरत नहीं
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने गुरुवार को केन्द्र की मोदी सरकार पर इशारों ही इशारों में निशाना साधा। वाड्रा ने कहा,सरकार को जल्द ही जनता के बड़े विरोध का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा,रियल एस्टेट समेत हर बिजनेस में लोग सरकार के रवैये से नाराज हैं। जल्द ही सरकार के प्रति लोगों का गुस्सा फूट सकता है। मैं सरकार को ऑल द बेस्ट कहना चाहता हूं लेकिन देश की जनता काफी समझदार है। वह जानती है कि क्या सही है और क्या गलत। दिल्ली के गोल्फ क्लब में एक समाचार एजेंसी से बातचीत में वाड्रा ने कहा कि मुझे अपने जीवन स्तर को आगे बढ़ाने के लिए प्रियंका की जरूरत नहीं है। वाड्रा ने कहा, उनके माता-पिता ने उन्हें पहले से ही बहुत धन-दौलत दी हुई है।
वाड्रा ने कहा, कितना भी परेशान करो, देश छोड़कर नहीं जाऊंगा
वाड्रा ने कहा,मुझे भारतीय होने पर गर्व है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मौजूदा सरकार मेरे बारे में क्या कहती है। मैं लोगों की बातों से परेशान होकर देश छोडऩा वाला नहीं हूं। अगर सरकार मेरे खिलाफ कोई कदम उठाती है तब भी मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं अपने देश में रहकर ही सारी मुसीबतों का सामना करूंगा। जेएनयू मामले पर वाड्रा ने कहा,हम विविध राष्ट्र हैं और यहां के लोग अपने विचारों को सामने रखते हैं। हमें उन्हें स्वीकार करना होगा। कोई भी व्यक्ति ये नही
कहेगा कि राष्ट्र के खिलाफ हो जाओ लेकिन लोगों का सोचना समझने का अपना तरीका है। उन्हें निर्देशित नहीं किया जा सकता। ना ही उन्हें दबाया जा सकता है। छात्र हमारा भविष्य है। हमें उनकी बात सुननी चाहिए। धमकी देना सही नहीं है। हम किसी पर अपने विचार नहीं थोप सकते। हमें अपनी बात कहने का कानूनी हक है।
जब भीतर से आवाज आएगी तब राजनीति में आ सकता हूं
राजनीति में आने के सवाल पर वाड्रा ने कहा,जब उन्हें लगेगा और जब उनके भीतर से आवाज आएगी कि अब लोगों के लिए काम कर सकते हैं तो वे राजनीति में आने के बारे में सोचेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो राजनीति में आएं या नहीं लेकिन संवेदनशील मुद्दों पर सोशल मीडिया पर लिखते रहेंगे। वाड्रा ने कहा कि वे एक संपन्न परिवार से आते हैं। उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या कहते हैं या लिखते हैं। वे अपनी सोच बखूबी जानते हैं।
फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में आए थे वाड्रा
गौरतलब है कि वाड्रा एक फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में आए थए। उन्होंने पीएम मोदी का नाम लिए बिना लिखा था,संसद शुरू हो गई है और इसी के साथ घटिया विभाजनकारी राजनीति भी। भारत के लोग बेवकूफ नहीं है। इसके बाद वाड्रा को लोकसभा सचिवालय में जवाब सौंपना पड़ा था। राजनीति ज्वॉइन करने के बारे में कुछ नहीं कह सकता। न जाने किस्मत में क्या लिखा है। मेरी फैमिली काफी मजबूत है। मैं अपने बारे में लिखी बातों को तवज्जो नहीं देता क्योंकि मैं जानता हूं कि सच्चाई क्या है? राजनीति में होने या न होने से फर्क नहीं पड़ता। संवेदनशील मुद्दों पर मेरी राय सोशल मीडिया पर शेयर करता ही हूं।
वाड्रा ने कहा, कितना भी परेशान करो, देश छोड़कर नहीं जाऊंगा
वाड्रा ने कहा,मुझे भारतीय होने पर गर्व है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मौजूदा सरकार मेरे बारे में क्या कहती है। मैं लोगों की बातों से परेशान होकर देश छोडऩा वाला नहीं हूं। अगर सरकार मेरे खिलाफ कोई कदम उठाती है तब भी मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं अपने देश में रहकर ही सारी मुसीबतों का सामना करूंगा। जेएनयू मामले पर वाड्रा ने कहा,हम विविध राष्ट्र हैं और यहां के लोग अपने विचारों को सामने रखते हैं। हमें उन्हें स्वीकार करना होगा। कोई भी व्यक्ति ये नही
कहेगा कि राष्ट्र के खिलाफ हो जाओ लेकिन लोगों का सोचना समझने का अपना तरीका है। उन्हें निर्देशित नहीं किया जा सकता। ना ही उन्हें दबाया जा सकता है। छात्र हमारा भविष्य है। हमें उनकी बात सुननी चाहिए। धमकी देना सही नहीं है। हम किसी पर अपने विचार नहीं थोप सकते। हमें अपनी बात कहने का कानूनी हक है।
जब भीतर से आवाज आएगी तब राजनीति में आ सकता हूं
राजनीति में आने के सवाल पर वाड्रा ने कहा,जब उन्हें लगेगा और जब उनके भीतर से आवाज आएगी कि अब लोगों के लिए काम कर सकते हैं तो वे राजनीति में आने के बारे में सोचेंगे। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि वो राजनीति में आएं या नहीं लेकिन संवेदनशील मुद्दों पर सोशल मीडिया पर लिखते रहेंगे। वाड्रा ने कहा कि वे एक संपन्न परिवार से आते हैं। उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या कहते हैं या लिखते हैं। वे अपनी सोच बखूबी जानते हैं।
फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में आए थे वाड्रा
गौरतलब है कि वाड्रा एक फेसबुक पोस्ट को लेकर विवादों में आए थए। उन्होंने पीएम मोदी का नाम लिए बिना लिखा था,संसद शुरू हो गई है और इसी के साथ घटिया विभाजनकारी राजनीति भी। भारत के लोग बेवकूफ नहीं है। इसके बाद वाड्रा को लोकसभा सचिवालय में जवाब सौंपना पड़ा था। राजनीति ज्वॉइन करने के बारे में कुछ नहीं कह सकता। न जाने किस्मत में क्या लिखा है। मेरी फैमिली काफी मजबूत है। मैं अपने बारे में लिखी बातों को तवज्जो नहीं देता क्योंकि मैं जानता हूं कि सच्चाई क्या है? राजनीति में होने या न होने से फर्क नहीं पड़ता। संवेदनशील मुद्दों पर मेरी राय सोशल मीडिया पर शेयर करता ही हूं।
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