स्कूल में लेना है दाखिला तो लिखना पड़ेगा 'भारत माता की जय'
भारत माता की जय! इन दिनों भारत माता की जय बोलने और नहीं बोलने पर विवाद छिड़ा हुआ है और यह रुकने का नाम नहीं ले रहा। एख तरफ जहां कुछ लोग इसे देशभक्ती से जोड़ कर देख रहे तो किसी को यह मुद्दा बेवजह का लग रहा है। अब यह मामला एक नए मुकाम पर जा पहुंचा है। गुजरात के अहमदाबाद में एक शिक्षण संस्थान ने ऐलान किया है कि यहां दाखिला पाने के लिए आपको फॉर्म में भारत माता की जय लिखना ही पड़ेगा।
बीजेपी के एक प्रमुख नेता का है यह संस्थान
श्री पटेल विद्यार्थी आश्रम के लोगों का कहना है कि जो भी छात्र इस संस्थान में दाखिला लेना चाहता है उसे अपने ऐप्लीकेशन फॉर्म पर 'भारत माता की जय' लिखना अनिवार्य होगा। ऐसा न करने पर उनका ऐडमिशन कैंसल किया जा सकता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि इस ट्रस्ट के प्रमुख बीजेपी नेता दिलिप संघानी हैं। यह एजुकेशनल ट्रस्ट अमरेली में है।
लाइमलाइट में आने के लिए किया गया कार्य
लोगों का कहना है कि दिलिप संघानी ने यह फैसला लाइमलाइट में आने के लिए किया है क्योंकि बीजेपी अध्यक्ष विजय रुपानी के आने के बाद उन्हें दरकिनार कर दिया गया था। रूपानी ने हिरेन को अमरेली में बीजेपी का जिला अध्यक्ष जोकि सांसद नारायण कछाड़िया के करीबी हैं। इतना ही नहीं दिलिप संघानी हिरेन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भी नहीं गए थे।
राष्ट्रवाद की भावना भरने के लिए उठाया यह कदम
दिलिप संघानी ने कहा कि हमारा ट्रस्ट 104 साल पुराना है और हम अपने छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना भरना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जब शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रविरोधी आंदोलन और नारे घर कर रहे हैं, हम चाहते हैं कि हमारे छात्र देश का सम्मान करें। हमारा पक्का भरोसा है कि एक एजुकेशनल ट्रस्ट के तौर पर हमें अपने छात्रों में राष्ट्रवाद की भावना जगानी चाहिए। अगले शैक्षणिक सत्र से नया नियम लागू हो जाएगा। हम सिर्फ उन्हीं छात्रों को ऐडमिशन देंगे जो अपने ऐप्लीकेशन फॉर्म में भारत माता की जय लिखेंगे।
भारत माता की जय बोलने के लिए फोर्स नहीं कर सकतेः शिक्षा मंत्री
वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री का कहना है कि कोई किसी को भारत माता की जय कहने के लिए फोर्स नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा,'यह एक ट्रस्ट का निजी फैसला है और इसका बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है। भारत माता की जय कहना अच्छी बात है लेकिन इसे अनिवार्य नहीं बनाया जा सकता है।
शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि अभी तक इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है शिकायत मिलने पर हम कार्रवाई करेंगे।
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