पाक आर्मी चीफ ने कहा, आर्थिक कॉरिडोर में भारत लगा रहा अड़ंगा
ग्वादर। पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहील शरीफ ने कहा है कि विदेश शक्तियां इस देश को और चीन के साथ इसके महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारे को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। परोक्ष रूप से उनका निशाना भारत पर ही था। राहील ने ये बातें तटीय शहर ग्वादर में चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर सेमिनार में कहीं।
शरीफ ने कहा, रॉ की है इस पर नजर
शरीफ ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने 46 अरब डॉलर की लागत वाली परियोजना का खुलेआम विरोध किया है। पाक आर्मी चीफ का कहना था कि भारत इस डेवलपमेंट के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है। मैं बता देता हूं कि रॉ (RAW) इस पर नजर रख रखी है। रॉ पाकिस्तान को अस्थिर करना चाहती है। लेकिन हम किसी को भी फसाद का मौका नहीं देंगे।
PLA करेगी हाईवे की सुरक्षा
ये कॉरिडोर पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट को चीन के शिनजियांग इलाके से जोड़ेगा। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(PLA) काराकोरम हाईवे की सिक्युरिटी के लिए तैनात की जाएगी। फिलहाल, पाकिस्तान ने 3 इंडिपेंडेंट इन्फैन्ट्री ब्रिगेड और 2 रेजिमेंट्स को इस हाईवे की सिक्युरिटी के लिए तैनात किया है।
लाहौर, इस्लामाबाद को जोड़ते हुए चीन के शिनजियांग में होगा खत्म कॉरिडोर
चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट से शुरू होगा। मकरान कोस्ट से होते हुए ये कॉरिडोर लाहौर, इस्लामाबाद को जोड़ता है। गिलगिट-बाल्टिस्तान(पीओके) होते हुए यह काराकोरम हाईवे को भी जोड़ेगा और चीन के काशगर में शिनजियांग पर ये खत्म होगा।
कॉरिडोर तीन साल में बनकर हो जाएगा तैयार
CPEC का पहला फेज इस साल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। 3 साल में यह पूरा बनकर तैयार हो जाएगा। इसके चलते चीन को इंडियन ओशन और उसके आगे तक सीधा रास्ता मिल जाएगा। कोरिडोर के छोटे रास्ते(12 हजार किमी) से चीन को गल्फ कंट्रीज से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और फ्यूल मिल सकेंगे।
चीन की नजर गिलगिट बाल्टिस्तान पर
चीनी आर्मी का पाकिस्तान में होना चिंता की बात है। एक अफसर के मुताबिक, हम सारे डेवलपमेंट्स पर नजर रख रहे हैं। हमें पता है कि कितनी तादाद में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान में तैनात होने वाली है। सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान गिलगिट-बाल्टिस्तान रीजन में अपनी पैठ बनाना चाहता है। अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान को वहां खासा विरोध झेलना पड़ेगा। इससे पहले भारत ने गिलगिट-बाल्टिस्तान इलाके में चीनी सेना की मौजूदगी पर आपत्ति जताई थी।
सेमिनार में बोलते हुए पाक सेना प्रमुख ने कहा कि हम किसी भी विदेशी शक्ति को पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में अड़चन नहीं डालने देंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी पाकिस्तान, भारत पर इस तरह के आरोप लगाता रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने भारत पर बलूचिस्तान क्षेत्र में अप्रत्यक्ष रूप से अशांति फैलाने का आरोप भी लगाया था।
शरीफ ने कहा, रॉ की है इस पर नजर
शरीफ ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने 46 अरब डॉलर की लागत वाली परियोजना का खुलेआम विरोध किया है। पाक आर्मी चीफ का कहना था कि भारत इस डेवलपमेंट के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है। मैं बता देता हूं कि रॉ (RAW) इस पर नजर रख रखी है। रॉ पाकिस्तान को अस्थिर करना चाहती है। लेकिन हम किसी को भी फसाद का मौका नहीं देंगे।
PLA करेगी हाईवे की सुरक्षा
ये कॉरिडोर पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट को चीन के शिनजियांग इलाके से जोड़ेगा। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी(PLA) काराकोरम हाईवे की सिक्युरिटी के लिए तैनात की जाएगी। फिलहाल, पाकिस्तान ने 3 इंडिपेंडेंट इन्फैन्ट्री ब्रिगेड और 2 रेजिमेंट्स को इस हाईवे की सिक्युरिटी के लिए तैनात किया है।
लाहौर, इस्लामाबाद को जोड़ते हुए चीन के शिनजियांग में होगा खत्म कॉरिडोर
चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट से शुरू होगा। मकरान कोस्ट से होते हुए ये कॉरिडोर लाहौर, इस्लामाबाद को जोड़ता है। गिलगिट-बाल्टिस्तान(पीओके) होते हुए यह काराकोरम हाईवे को भी जोड़ेगा और चीन के काशगर में शिनजियांग पर ये खत्म होगा।
कॉरिडोर तीन साल में बनकर हो जाएगा तैयार
CPEC का पहला फेज इस साल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। 3 साल में यह पूरा बनकर तैयार हो जाएगा। इसके चलते चीन को इंडियन ओशन और उसके आगे तक सीधा रास्ता मिल जाएगा। कोरिडोर के छोटे रास्ते(12 हजार किमी) से चीन को गल्फ कंट्रीज से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और फ्यूल मिल सकेंगे।
चीन की नजर गिलगिट बाल्टिस्तान पर
चीनी आर्मी का पाकिस्तान में होना चिंता की बात है। एक अफसर के मुताबिक, हम सारे डेवलपमेंट्स पर नजर रख रहे हैं। हमें पता है कि कितनी तादाद में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी पाकिस्तान में तैनात होने वाली है। सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान गिलगिट-बाल्टिस्तान रीजन में अपनी पैठ बनाना चाहता है। अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान को वहां खासा विरोध झेलना पड़ेगा। इससे पहले भारत ने गिलगिट-बाल्टिस्तान इलाके में चीनी सेना की मौजूदगी पर आपत्ति जताई थी।
सेमिनार में बोलते हुए पाक सेना प्रमुख ने कहा कि हम किसी भी विदेशी शक्ति को पाकिस्तान के किसी भी हिस्से में अड़चन नहीं डालने देंगे। गौरतलब है कि इससे पहले भी पाकिस्तान, भारत पर इस तरह के आरोप लगाता रहा है। हाल ही में पाकिस्तान ने भारत पर बलूचिस्तान क्षेत्र में अप्रत्यक्ष रूप से अशांति फैलाने का आरोप भी लगाया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें