मणिपुरः मुठभेड़ में मेजर शहीद, UN पीस फोर्स में कर चुके थे काम
इंफाल। 21वीं पैरा के मेजर अमित देसवाल मणिपुर के तमेंगलोंग जिले में उग्रवादी संगठन एनएससीएन के और जेडयूएफ के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन में बुधवार शाम को शहीद हो गए। शहीद मेजर अमित देशवाल का पार्थिव शरीर गुरुवार को हरियाणा के झज्जर स्थित उनके पैतृक घर लाया जाएगा।
सुबह ही एक उग्रवादी को किया था ढेर
इससे पहले मेजर ने बुधवार सुबह हुए मुठभेड़ में एक उग्रवादी को ढेर कर दिया था। शाम को दूसरे मुठभेड़ के वक्त उग्रवादियों की ओर से लगी दो गोली के बाद वह बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें जल्दी में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मजबूती की मिसाल थे मेजर अमित देशवाल
मेजर अमित देशवाल ने साल 2006 के 10 जून को कमिशन हुए थे। उन्हें रोमांचक अभियानों की सफलता के बाद स्पेशल फोर्स के लिए चुना गया। और साल 2011 में उन्होंने इलाइट सर्विस ज्वाइन कर लिया। शारीरिक तौर पर उनकी मजबूती घाटक कोर्स नाम के प्रशिक्षण में दिखी, जहां उन्हें कमांडो डैगर बेस्ट स्टूडेंट का सम्मान दिया गया था। इसके बाद उन्हें साल 2016 में दूसरे चरण के ऑपरेशन हिफाजत में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
यूएन पीसकीपिंग फोर्स में भी कर चुके थे ड्यूटी
अमित देशवाल सेना की स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे जो मणिपुर में उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। मंगलवार रात से चल रही इस मुठभेड़ में एक उग्रवादी के मारे जाने की खबर है। शहीद कमांडो मेजर अमित देशवाल हरियाणा के झज्जर के रहने वाले थे। कुछ महीने पहले ही वो यूएन पीसकीपिंग फोर्स में ड्यूटी कर लौट थे।
सुबह ही एक उग्रवादी को किया था ढेर
इससे पहले मेजर ने बुधवार सुबह हुए मुठभेड़ में एक उग्रवादी को ढेर कर दिया था। शाम को दूसरे मुठभेड़ के वक्त उग्रवादियों की ओर से लगी दो गोली के बाद वह बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें जल्दी में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मजबूती की मिसाल थे मेजर अमित देशवाल
मेजर अमित देशवाल ने साल 2006 के 10 जून को कमिशन हुए थे। उन्हें रोमांचक अभियानों की सफलता के बाद स्पेशल फोर्स के लिए चुना गया। और साल 2011 में उन्होंने इलाइट सर्विस ज्वाइन कर लिया। शारीरिक तौर पर उनकी मजबूती घाटक कोर्स नाम के प्रशिक्षण में दिखी, जहां उन्हें कमांडो डैगर बेस्ट स्टूडेंट का सम्मान दिया गया था। इसके बाद उन्हें साल 2016 में दूसरे चरण के ऑपरेशन हिफाजत में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
यूएन पीसकीपिंग फोर्स में भी कर चुके थे ड्यूटी
अमित देशवाल सेना की स्पेशल फोर्स का हिस्सा थे जो मणिपुर में उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। मंगलवार रात से चल रही इस मुठभेड़ में एक उग्रवादी के मारे जाने की खबर है। शहीद कमांडो मेजर अमित देशवाल हरियाणा के झज्जर के रहने वाले थे। कुछ महीने पहले ही वो यूएन पीसकीपिंग फोर्स में ड्यूटी कर लौट थे।