बांग्लादेशी बॉलर्स के सस्पेशन पर फैंस ने कहा: बुमहार को बैन करो
अपनी टीम के दो गेंदबाजों के सस्पेंड किए जाने के बाद बांग्लादेशी क्रिकेट फैंन्स में काफी गुस्सा है। उन्होंने इसके लिएबीसीसीआई को जिम्मेदार ठहराया है। क्रिकेटप्रेमियों का कहना है कि अगर तस्कीन अहमद और अराफात सनी का एक्शन संदिग्ध है तो जसप्रीत बुमहार का एक्शन और भी गलत है। उन्होंने बुमहार को भी बैन करने की मांग की है। गुस्साए फैंस ने विरोध प्रदर्शन कर आईसीसी का पुतला भी जलाया।
गेंदबाजों के सस्पेंशन पर बांग्लादेशी फैंस ने मानव चेन बनाकर विरोध जताया। उन्होंने बैनर के जरिए कहा कि लानत है तुम पर आईसीसीए तुम्हारा एक्शन गैरकानूनी है। फैंस का कहना है कि आईसीसी भारत, ऑस्ट्रेलिया या इंग्लैंड के बॉलर्स को बैन या सस्पेंड क्यों नहीं करती। फैंस का आरोप है कि बीसीसीआई बदला लेने के लिए ऐसा कर रही है।
गौरतलब है कि एशिया कप से पहले सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल ुहुआ था। इस फोटो में तस्कीन के हाथ में धोनी का कटा हुआ सिर था। इस पर टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री नाराज हुए थे। बांग्लादेशियों का आरोप है कि बीसीसीआई इसी का बदला लेने के लिए आईसीसी के जरिए बांग्लादेश को टारगेट कर रही है। बता दें कि बुधवार को टी20 वल्र्ड कप में भारत और बांग्लादेश का मैच होना है।
क्यों सस्पेंड हुए तस्कीन और अराफात
बता दें कि आईसीसी ने अवैध गेंदबाजी एक्शन के चलते बांग्लादेश के तेज गेंदबाज तसकीन अहमद और बायें हाथ के स्पिनर अराफात सन्नी को सस्पेंड कर दिया था। आईसीसी ने एक बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने ऐलान किया कि स्वतंत्र आकलन में पाया गया कि बांग्लादेश के अराफत सन्नी और तसकीन अहमद का गेंदबाजी एक्शन अवैध है, लिहाजा दोनों को ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी से तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाता है।
अराफत के गेंदबाजी एक्शन के विश्लेषण से पता चला है कि उनकी कोहनी गेंद डालते समय आईसीसी की निर्धारित सीमा 15 डिग्री से ज्यादा मुड़ती है। तसकीन की भी सभी गेंदें वैध नहीं है। आईसीसी ने कहा कि इस निलंबन के बाद बांग्लादेशी क्रिकेट टीम आईसीसी टी20 विश्व कप की इवेंट तकनीकी समिति से टीम में दो विकल्पों को मंजूरी देने के लिए आवेदन कर सकती है। आईसीसी के नियमों की धारा 6.1 के तहत अराफत और तसकीन का अंतरराष्ट्रीय निलंबन सभी सदस्य देश अपने अधिकार क्षेत्र में खेले जाने वाले घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंटों में भी लागू करेंगे। हालांकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की अनुमति से दोनों घरेलू क्रिकेट खेल सकते हैं।
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