माहिम दरगाह में फहरा तिरंगा, लगे 'भारत माता की जय' के नारे
एक तरफ जहां नेता भारत माता की जय बोलने और न बोलने को लेकर राजनीति करने में लगे हैं। वहीं इस देश के आम लोग ऐसी मिसाल कायम कर रहे जिससे इस तरह की राजनीति करने वाले नेताओं का मुंह बंद किया जा सके। इसी बात का उदाहरण देते हुए मुंबई की मशहूर माहिम दरगाह परिसर में गुरुवार को न सिर्फ तिरंगा झंडा फहराया गया बल्कि बड़ी संख्या में यहां इकट्ठा हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने राष्ट्रगान के साथ भारत माता की जय के नारे भी लगाए। इस वाक्या से भारत माता की जय बोलने से इंकार करने वाले ओवैसी को करारा जवाब मिल गया होगा। माहिम स्थित पीर मकदूम शाह बाबा की दरगाह दुनिया भर में माहिम दरगाह के नाम से मशहूर है।
इस दरगाह के 603वें उर्स के मौके पर मुस्लिम समाज के लोगों ने देश में पहली बार किसी दरगाह के भीतर तिरंगा फहराया और भारत माता की जय के नारे लगाए। दरगाह के ट्रस्टियों के अनुसार आतंकी संगठन आइएस का खतरा हमारी दहलीज पर दस्तक दे रहा है। ऐसे में देश के नौजवान देश की चंद घातक शक्तियों के षड्यंत्र का शिकार न बनें। इसलिए पीर मकदूम शाह बाबा के शांति और प्रेम के संदेश को देशभर में फैलाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इसी मकसद से माहिम दरगाह के नाम से पहले ही एक ऐप जारी किया गया है।
इसके जरिए मुस्लिम युवकों को इस्लाम और उसके अर्थ का मार्गदर्शन किया जाता है। गुरुवार शाम जब माहिम दरगाह परिसर में तिरंगा फहराया गया और भारत माता की जय के नारे लगे, तब शिवसेना सांसद राहुल शेवाले, मशहूर वकील रिजवान मचेर्ट, डॉ. मुदस्सर लांबे, शिवसेना के उप नेता हाजी अरफात शेख जैसे कई मुस्लिम समाज के गणमान्य लोग उपस्थित थे। शेख ने बताया कि दरगाह में तिरंगा फहराए जाने के वक्त पुलिस बैंड का बिगुल बजाकर सलामी दी गई।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए मुुस्लिम समाज के लोगों ने ओवैसी और देशद्रोही नेताओं को देशभक्ति दिखाकर करारा जवाब दिया है। इस्लाम की जानकार झीनत अली ने कहा कि भारत जैसे बहुरंगी और बहुभाषी देश में सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों की बहुत अधिक जरूरत है।
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