तेजस से दागे गए बम निशाने से चूके, जांच के आदेश
भारतीय वायु सेना ने पोखरण में पिछले सप्ताह अपने शक्ति प्रदर्शन अभ्यास 'आयरन फीस्ट 2016' को सफल बताते हुए सोमवार को कहा कि स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान 'तेजस' से दागे गए बम के अपने निशाने से चूकने के कारणों की जांच की जा रही है। वायु सेना ने राजस्थान की पोखरण रेंज में पिछले शुक्रवार को बड़ा अभ्यास किया था जिसमें उसके 100 से अधिक लड़ाकू विमानों सहित कुल 181 विमानों ने अपने जौहर दिखाए थे।
अभ्यास में मिग, जगुआर, सुखोई और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ देश में ही बनाए गए लड़ाकू विमान तेजस ने भी अपनी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया था। परीक्षण के अंतिम चरणों से गुजर रहे तेजस से दागी गई मिसाइल आर
73 ई का निशाना ठीक लक्ष्य पर लगा, लेकिन इससे छोड़ा गया दिशा निर्देशित बम निशाने से चूक गया।
वायु सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हालांकि स्पष्ट किया कि इसमें न तो विमान की कोई गड़बड़ी है और न ही पायलट की। बम के निशाने से चूकने की जांच की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बम का लक्ष्य से चूकना कोई असाधारण बात नहीं है और यह मामूली हेर फेर की बात है। यह बम देश में ही बना है, लेकिन इसे छोडऩे की प्रणाली विदेश से आयात की गई है।
अधिकारी ने बताया कि इस अभ्यास के दौरान लगाये गये 108 निशानों में से 106 सटीक रहे। तेजस ने तीन साल पहले हुए अभ्यास में भी निशाना साधा था और उस समय उसका निशाना एकदम लक्ष्य पर लगा था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें