एक कार हादसा और खत्म हो गया टी-20 वर्ल्ड कप के हीरो का करियर
फटाफट क्रिक्रेट यानी टी-ट्वंटी का रोमांच शुरु हो चुका है। हर कोई चाहता है कि टीम इंडिया वर्ष 2007 वाला इतिहास फिर से दोहराए। वर्ष 2007 में हुआ पहला टी20 विश्व कप टीम इंडिया ने जीता था। इन जीत के हीरो जोगिंदर शर्मा को कोई नहीं भुला पाया है, लेकिन आज नौ साल बीत चुके हैं और इस जीत का हीरो कहीं गुम हो चुका है।
दरअसल वर्ष 2011 में जोगिंदर का घातक एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उनको सिर पर गंभीर चोट आई थी।� इन्हें कुछ समय तक आईसीयू में भी रखा गया था। उस दौरान डॉक्टरों ने भी उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन इस खिलाड़ी ने मौत को मात दे दी। हालांकि इस हादसे के बाद जोगिंदर कभी भी टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पाए थे।
वर्ष 2001 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करने वाले जोगिंदर शर्मा अब हरियाणा पुलिस में बतौर डीएसपी कार्यरत हैं। वर्ष 2007 के बाद से जोगिंदर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से गुम हो गए थे और अब सालों बाद वो एक बार फिर अपने देश को सेवाएं दे रहे हैं, बस इस बार नीली जर्सी में नहीं खाकी वर्दी में हैं।
आपको बता दें कि 2007 के टी-ट्वंटी विश्व कप में भारत और पाकिस्तान फाइनल में आमने-सामने हुए थे। धोनी ने मैच का आखिरी ओवर जोगिंदर को थमाया था। पाकिस्तान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रनों की दरकार थी, लेकिन आखिरी गेंद पर मिसबाह उल हक ने गेंद को शॉर्ट फाइन लेग में उछाल दिया। श्रीसंत ने उस कैच को पकडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी और भारत ने इतिहास लिख दिया। जोगिंदर को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए हरियाणा सरकार ने 21 लाख रुपए का इनाम दिया था। आपको बता दें कि जोगिंदर सितंबर में रिलीज होने जा रही कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर बनी बायोपिक में भी एक छोटी सी भूमिका निभाते नजर आएंगे।
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