राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार दोपहर यह अगरबत्ती ट्रेलर में यहां पहुंची। यहां बलीचा से एकलिंगपुरा, प्रतापनगर होते हुए चित्तौडगढ़ के लिए रवाना हुई। यह अगरबत्ती जहां से भी गुजरी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। ट्रेलर को पुलिस की विशेष टीम एस्कॉट कर रही है। इसे उज्जैन में कामधेनु महायज्ञ के दौरान प्रगटाया जाएगा। अगरबत्ती 45 दिन तक निरंतर जलती रहेगी।
निर्माण सामग्री
2100 किलोग्राम गोबर, 500 लीटर गोमूत्र, 180 लीटर दही, 180 लीटर दूध, 520 किलोग्राम गूग्गल, 500 किलोग्राम खोपरे का बुरादा, 45 लीटर घी का उपयोग कर के बांस के दो बंबू पर इन सामग्रियों का लेप लगा कर की गई तैयार।
- 121 फीट लंबी
- 4000 किग्रा वजनी
- 2.95 लाख लागत
- 3 महीने में तैयार
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