गुरुवार, 31 मार्च 2016

Secrets about Netaji Bose came out from the secret files

हाल ही में सार्वजनिक की गई कुछ फाइलों में इस बात का जिक्र है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने हादसे के बाद अगले कुछ महीनों तक 3 रेडियो मैसेज ब्रॉडकास्ट किए थे। मालूम हो कि जनवरी के बाद से सरकार हर महीने ऐसी कुछ फाइलें डिक्लासिफाई कर रही है।



आजादी की बाद से अब तक किसी भी सरकार ने फरमोसा (अब ताईपेई) में हुए प्लेन क्रैश में नेताजी के जिंदा बच जाने के बारे में साफ तौर पर कुछ नहीं कहा है। लेकिन मोदी सरकार द्वारा पब्लिक की गई एक फाइल (No 870/11/p/16/92/Pol) अहम खुलासा करती है। इसमें इस बात का जिक्र है कि जिस प्लेन क्रैश में नेताजी की मौत की बात कही जाती है, उसके बाद भी नेताजी ने रेडियो पर देश की जनता को मैसेज जारी किए।

3 मैसेज में नेताजी ने क्या कहा था?
पहला मैसेज: 26 दिसंबर, 1945
"मैं वर्ल्ड पावर्स की शेल्टर में हूं। लेकिन मेरा दिल भारत के लिए जल रहा है। मैं थर्ड वर्ल्ड वॉर के बाद भारत जाऊंगा। हो सकता है, इसमें 10 साल या उससे कम लगें। तब मैं उन लोगों के खिलाफ फैसला सुनाऊंगा जो लाल किले से मेरे लोगों के खिलाफ केस चला रहे हैं।"

दूसरा मैसेज: 1 जनवरी, 1946
"हमें दो साल के अंदर आजादी जरूर मिल जाएगी। ब्रिटेन का साम्राज्यवाद खत्म होगा और देश को आजादी मिलेगी। भारत को अहिंसा से आजादी नहीं मिल सकती। लेकिन मैं गांधी जी की इज्जत करता हूं।"

तीसरा मैसेज: फरवरी, 1946
"मैं सुभाष चंद्र बोस बोल रहा हूं। जय हिंद! जापान के सरेंडर के बाद मैं तीसरी बार अपने हिंदुस्तानी भाइयों और बहनों से बात कर रहा हूं। ब्रिटिश पीएम पैथिक लॉरेंस के साथ दो और लोगों को भारत भेज रहे हैं, ताकि ये लोग ब्रिटेन के साम्राज्यवाद को बढ़ा सकें और हमारे देश का खून चूसा जा सके।"

IAS wife blamed on senior officers by writing post on facebook

IAS की पत्नी ने फेसबुक पर पोस्ट कर अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप

एक आईएएस की पत्नी अपने पति को सही पोस्टिंग नहीं मिलने के चलते हतोत्साहित हैं और वह अब इस बात को सोशल मीडिया पर उठा रही हैं। आईएएस अबु इमरान को सही पोस्टिंग न मिलने की बात उनकी पत्नी एनी एनिया अबू आरिब अबफेसबुक पर उठा रही हैं। एनी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से कई अफसरों पर निशाना साधा है और उन पर कई घोटालों में लिप्त होने के आरोप लगाए हैं। इस पोस्ट में कई अफसरों और उनकी पत्नियों की भी चर्चा की गई है।



क्या लिखा है पोस्ट में?
अबु इमरान की पत्नी ने लिखा है कि देवघर में भगदड़ की जिस घटना में एक दर्जन लोग मारे गए थे, उसमें उनके पति जिम्मेदार पोस्ट पर नहीं थे। कोडरमा डाक बंगला से कीमती लकड़ियां कटवा कर पटना भेज द गईं। उस दौरान भी उनके पति वहां पोस्टेड नहीं थे। एनी ने लिखा है कि उस वक्त उनके पति उस जिले में भी पोस्टेड नहीं थे, जहां की आदिवासी जमीन लीगल दर से दस गुना कम कीमत पर बेच दी गई। उनका नाम धनबाद और लोहरदगा में हुए जमीन घोटाले में भी नहीं आया। आम्रपाली, चतरा और हजारीबाग में कोयला चोरी और खूंटी व गोड्डा के मनरेगा घोटाले में भी उनके पति शामिल नहीं रहे। बिहार दवा घोटाला और उस स्मार्ट सिटी प्लानिंग का भी उनके पति हिस्सा नहीं रहे, जिसमें रांची को जगह ही नहीं मिल सकी।

एनी ने लिखा है कि उन्होंने जितने भी अफसरों का जिक्र किया है, वे आज पावरफुल पोस्ट के मजे ले रहे हैं। लेकिन उनके पति पिछले 15 महीने से सही पोस्टिंग के इंतजार में हैं। हालांकि, एनी ने पूरे पोस्ट में पति का नाम नहीं लिखा है। एनी ने पोस्ट के आखिर में लिखा है कि जिनके बारे में ये पोस्ट है लोग उनके नाम, जाति आदि को गेस न करें। क्योंकि इसके कोई नंबर नहीं मिलेंगे।

मालूम हो कि अबु इमरान अभी होम मिनिस्ट्री में ज्वांइट सेक्रेटरी हैं। उन्हें ऑब्जर्वर बनाकर असम विधानसभा चुनाव में भेजा गया है।

NIA corners Pakistan with names of four Pathankot terrorists

पाकिस्तान से थे पठानकोट हमले के आतंकी, NIA ने JIT को घेरा 

2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले में शामिल 4 फिदाईन आतंकियों और 2 हैंडलरों को लेकर भारतीय खुफिया एजेंसी एनआईए ने पाकिस्तान को घेरा है। मारे गए आतंकियों के नाम नासिर हुसैन, हाफिज अबु बकर, उमर फारूक और अब्दुल कायुम बताए जा रहे हैं। यह आतंकी क्रमशः पाकिस्तान के वेहारी (पंजाब), गुजरांवाला (पंजाब), संघर (सिंध) और सुक्कुर (सिंध) जिले के हैं।



एनआईए से साझा की जानकारी-
एनआईए ने इन आतंकियों और उनके हैंडलरों के नाम और उनके पाकिस्तान से होने की जानकारी बुधवार को पाकिस्तान की जॉइंट इनवेस्टिगेशन टीम यानि जेआईटी के साथ साझा की। एनआईए के डीजी शरद कुमार ने बताया कि हमने उनसे इन जानकारियों को कन्फर्म करने और फिर हमसे बात करने को कहा है।

हाल ही में जारी की थीं तस्वीरें-
इन आतंकवादियों की पहचान और पते एनआईए के जासूसों द्वारा 3 महीने की कड़ी मेहनत के बाद पता किए गए हैं। यह जानकारियां एनआईए ने किस तरह से हांसिल की इस सवाल पर एनआईए की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया। हालांकि कुमार ने यह जरूर कहा कि इन जानकारियों की पुष्टि की गई है। मालूम हो कि एनआईए ने हाल ही में वेबसाइट पर इन 4 आतंकवादियों की तस्वीरें जारी की हैं।

हैंडलरों की पहचान भी हुई उजागर-
इसके अलावा एनआईए ने जिन हैंडलरों की पहचान की है उनमें जैश-ए-मुहम्मद के हैंडलर काशिफ जन, जो कि छरसद्दा जिसे के तहसील दूसरा का रहने वाला है और शाहिद लतीफ जो कि गुजरांवाला के अमीनाबाद का निवासी है। दिलचस्प बात यह भी है कि लतीफ हाल ही में कश्मीर विजिट कर चुका है। साथ ही वह तकरीबन 10 साल तक भारत जेल में सजा काट चुका है। जेआईटी ने एनआईए को बताया कि काशिफ लंबे वक्त से अंडरग्राउंड है।

Gurdwara bhai biba singh in Peshawar reopen after 60 years

पाकिस्तान में 64 साल बाद खोला गया गुरुद्वारा

पाकिस्तान में भाई बीबा सिंह गुरुद्वारे को खोल दिया गया है। बंटवार के बाद से बंद इस गुरुद्वारे को 64 साल के बाद खोला गया है। कहा जाता है कि इस गुरुद्वारे को सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह के भाई बीबा सिंह ने बनवाया था। बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान इवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्र्टी (ईटीपीबी) ने इसे सिख समुदाय को सौंप दिया।



पाकिस्तान सिख कम्युनिटी के चेयरपर्सन रादेश सिंह ने कहा कि इससे पहले शहर में दो गुरद्वारे थे। इसमें से एक पर आर्मी ने बेस बना लिया। 1200 सिखों के लिए एक गुरद्वारे में जाना काफी मुश्किल था। पाकिस्तान सिख कम्युनिटी ने गुरुद्वारा दोबारा खोले जाने पर खुशी जताई है। इस गुरुद्वारे को दोबारा खोले जाने के फैसले के बाद इस पर साढ़े आठ लाख रुपए खर्च कर रेनोवेशन किया गया। यह काम 2013 से चल रहा था।

माइनॉरिटी अफेयर्स मिनिस्टर सरदार सोरन सिंह ने सूबे की सरकार की ओर से तीन लाख रुपए का फंड दिया। यह भी माना जाता है कि इसे सिख महाराजा रणजीत सिंह ने बनवाया था। उन्होंने पंजाब पर 1780 से 1839 तक हुुकूमत की थी।

World T20: India vs West Indies clash at Wankhede

World T20: आज भारत-वेस्टइंडीज के बीच वानखेड़े में होगा महामुकाबला

आस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज करने के बाद भारतीय टीम सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ भी अपने विजयी क्रम को जारी रखते हुए फाइनल में प्रवेश करना चाहेगी। दोनों टीमें गुरुवार को आईसीसी टी-20 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में वानखेड़े स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। बुधवार को खेले गए टी20 वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर इंग्लैंड ने फाइनल में जगह बना ली है। गुरुवार को भारत और वेस्टइंडीज के बीच मैच में विजयी होने वाली टीम का मुकाबला फाइनल में इंग्लैंड से होगा।



जो जीतेगा वह इंग्लैंड से फाइनल खेलेगा
वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ मात खाने के बाद 2007 में हुए पहले टी-20 वर्ल्ड कप की विजेता टीम भारत ने शानदार वापसी की है। मेजबानों ने अपने शानदार खेल से पाकिस्तान, बांग्लादेश और आस्ट्रेलिया को शिकस्त दे कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। सेमीफाइनल में भारत-वेस्टइंडीज दोनों ही टीमों का मकसद तीन अप्रैल को कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में होने वाले फाइनल में प्रवेश करना होगा। दूसरी तरफ वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार तीन जीत दर्ज कर सेमीफाइनल की टिकट पक्का कर लिया था लेकिन अपने अंतिम ग्रुप मैच में उसे अफगानिस्तान ने करारी और शर्मनाक मात दी थी। गुरुवार को डैरेन सैमी के नेतृत्व वाली वेस्टइंडीज टीम एक नए दिन नई शुरुआत करेगी।

मनीष पांडेटीम में शामिल, रहाणे को मिल सकता है मौका
भारत को सेमीफाइनल से पहले बड़ा लग सकता है। अभी तक भारत की हर जीत में निर्णायक भूमिका निभाने वाले युवराज सिंह चोट के चलते टीम से बाहर हो चुके हैं। उनकी जगह मनीष पांडे को टीम में शामिल किया गया है। पूरे वर्ल्ड कपमें बाहर बैठने वाले अंजिक्य रहाणे को गुरुवार को विश्व कप में अपना पहला मैच खेलने का मौका मिल सकता है। युवराज की चोट को छोड़ दें तो भारतीय टीम इस समय संतुलित नजर आ रही है। विराट कोहली इस समय शानदार फॉर्म में हैं और टीम की बल्लेबाजी की धुरी बने हुए हैं।

ओपनर को करनी होगी अच्छी शुरूआत
कोहली ने अभी तक वर्ल्ड कप के चार मैचों में 182 रन बनाए हैं और लगातार टीम को जीत दिलाते आ रहे हैं। भारतीय कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के लिए सबसे बड़ी चिंता सलामी जोड़ी रोहित शर्मा और शिखर धवन का लगातार अच्छा प्रदर्शन न कर पाना है। वहीं मध्य क्रम में सुरेश रैना का बल्ला भी काफी समय से खामोश है। यह भी भारतीय कप्तान के लिए चिंता का विषय है। यह तीनों ही बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में अभी तक असफल रह हैं। रहाणे अगर टीम में आते हैं तो टीम वेशक मजबूत होगी। निचले क्रम में धोनी और हार्दिक पांड्या टीम के लिए जरूरी योगदान देते आ रहे हैं।

आशीष नेहरा के अनुभव की होगी कड़ी परीक्षा
भारतीय गेंदबाजी वर्ल्ड कप में अभी तक काफी प्रभावशाली रही है। टीम के गेंदबाज समय-समय पर विकेट लेते रहे हैं और अंतिम ओवरों में रन भी रोकते रहे हैं। टीम की गेंदबाजी की कमान अनुभवी आशीष नेहरा पर होगी जिन्होंने अपने अनुभव का अभी तक शानदार इस्तेमाल किया है और जसप्रीत बुमराह जैसे युवा गेंदबाज की भी काफी मदद की है। रविचन्द्रन अश्विन आस्ट्रेलिया के खिलाफ थोड़े महंगे जरूर साबित हुए थे लेकिन वह किसी भी बल्लेबाज के लिए खतरा बन सकते हैं। रविन्द्र जडेजा और हार्दिक पांड्या दोनों से टीम को अपने मौजूदा प्रदर्शन का जारी रखने की उम्मीद होगी।

वेस्टइंडीज क्रिस गेल पर काफी निर्भर
दूसरी तरफ वेस्टइंडीज को भी सेमीफाइनल से पहले बड़ा झटका लगा है। टीम के बल्लेबाज आंद्रे फ्लैचर मांसपेशियों में खिंचाव के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह लिंडेल सिमंस को टीम में जगह मिली है। वेस्टइंडीज की टीम धुआंधार बल्लेबाज क्रिस गेल पर काफी हद तक निर्भर करेगी। गेल इस समय शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में 48 गेंदों पर 100 रन की आतिशी पारी खेल अपनी फॉर्म में होने के संकेत दे दिए थे। गेल के अलावा टीम के पास टी-20 विशेषज्ञ काफी खिलाड़ी हैं जो भारत के लिए खतरा बन सकते हैं।

जॉनसन चाल्र्स, मार्लन सैमुएल्स, हरफनमौला सैमी, ड्वान ब्रावो, आंदे्र रसैल और कार्लोस ब्रेथवेट से सजी यह टीम टी-20 की एक खतरनाक टीम है जो कहीं से भी मैच अपने नाम करने का दम रखती है। भारतीय परिस्थति में वेस्टइंडीज के स्पिनर सैमुएल बद्री और सुलेमन बेन अभी तक टीम के कारगर साबित हुए हैं। टीम चाहेगी की वह भारत के खिलाफ भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखें।

टीम :
भारत : महेन्द्र सिंहधोनी(कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अंजिक्य रहाणे, मनीष पांडे, सुरेश रैना, रविचन्द्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा, मोहम्मद समी, हरभजन सिंह, जसप्रीत बुमराह, पवन नेगी, आशीष नेहरा, हार्दिक पांड्या।
वेस्टइंडीज : डैरेन सैमी (कप्तान), क्रिस गेल, जॉनसन चाल्र्स, मार्लन सैमुएल्स, लेंडल सिमंस, ड्वाएन ब्रावो, दिनेश रामदीन, आंद्र रसैल, जेसन होल्डर, कार्लोस ब्रेथवेट, एशले नर्स, जेरोम टेलर, सुलेमान बेन, सैमुएल बद्री।

Hold all elections together to save money & time, suggests Modi

पीएम मोदी का आइडिया, देश में सारे चुनाव एक साथ हो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय चुनाव प्रणाली में क्रांति लाने वाला एक सुझाव दिया है। प्रधानमंत्री ने चुनावों में पैसे और समय की बचत के लिए पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने का आइडिया दिया है। उन्होंने कहा कि पंचायत, शहरी निकायों, राज्यों और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं। इससे राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी लोगों से जुड़ने का ज्यादा वक्त मिलेगा।



सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने हाल ही में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में बताया कि उन्होंने बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में इस प्रस्ताव की चर्चा की थी।

सामाजिक कार्य करने का समय ज्यादा मिलेगा
एक अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट के मुताबिक, मीटिंग में मौजूद रहे बीजेपी के एक नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं का ज्यादातर समय चुनावों में बीत रहा है, इससे वह सामाजिक कार्यों को बहुत कम वक्त दे पाते हैं। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा समय लोगों को सरकार की योजनाओं के बारे में बताने और उनके फायदे के लिए हो रहे कामों की जानकारी देने में बिताएं।

उन्होंने कहा कि मोदी ने जब सर्वदलीय बैठक में यह आइडिया रखा तो ज्यादातर पार्टियों के नेता इससे सहमत थे। बीजेपी भी इसके पक्ष में है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि जल्दी-जल्दी होने वाले चुनावों की वजह से राज्यों के साथ ही केंद्र सरकार के काम भी ठप पड़ जाते हैं। आचार संहिता लागू होने की वजह से विकास कार्यों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है।
चुनावों में खर्च होते हैं करीब 4500 करोड़
बीजेपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के आइडिया के मुताबिक पंचायत, शहरी निकायों, राज्यों और संसदीय चुनाव एक साथ कराए जाएं। इससे समय और पैसे दोनों की बचत होगी। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में करीब 4500 करोड़ रुपये खर्च होते हैं।

बीजेपी ने चुनावी घोषणा पत्र में किया था वादा
दिलचस्प बात ये है कि बीजेपी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में अपने घोषणा पत्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने के योजना पर काम करने की भी बात कही थी। घोषणा पत्र में किए गए इस वादे पर अब पार्टी ने काम करना शुरू कर दिया है।

बुधवार, 30 मार्च 2016

Irom Sharmila acquitted in 2006 suicide attempt case

इरोम शर्मिला खुदकुशी के प्रयास के आरोप से बरी

पूर्वोत्तर में सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून खत्म करने के लिए अरसे से संघर्ष कर रहीं मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला को दिल्ली की एक अदालत ने आत्महत्या की कोशिश के आरोप से बरी कर दिया। इरोम के खिलाफ यह मामला अक्टूबर 2006 में जंतंर मंतर पर उनके आमरण अनशन शुरू करने के कारण दर्ज किया गया था। इसमें उन पर आरोप लगाया गया था कि सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून के विरोध में आमरण अनशन करके इरोम ने खुदकुशी का प्रयास किया है।



इरोम की ओर से इस बारे में किसी तरह की माफी मांगने से इन्कार करने पर उनके खिलाफ पटियाला हाउस अदालत में 4 मार्च 2013 को आत्महत्या का प्रयास करने का मुकदमा शुरू किया गया था। हालांकि इरोम ने इस आरोप से साफ इन्कार किया था। पटियाला आउस अदालत में इस मामले पर हुई अंतिम सुनवाई के दौरान सत्र न्यायाधीश ने अभियोजन और बचाव पक्ष दोनों की दलील सुनने के बाद इरोम को आत्महत्या के प्रयास के आरोप से बरी करने का फैसला सुनाया।

Extremism taught in school textbooks: AAP MLA Bhavna gaur

स्कूली किताबों में पढ़ाया जाता है चरमवाद : आप विधायक 

आम आदमी पार्टी (आप) की पालम से विधायक भावना गौड़ ने बुधवार को कहा कि स्कूली किताबों में चरमवाद पढ़ाया जाता है और दिल्ली सरकार को इसे बंद करने की दिशा में काम करना चाहिए। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान गौड़ ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर स्थिति है और यह प्रत्येक सरकार का कर्तव्य है कि वह इस पर रोक लगाए। इसलिए दिल्ली सरकार को भी इस संबंध में आवश्यक कदम उठाने चाहिए। दिल्ली सरकार ने इस साल बजट में शिक्षा पर विशेष जोर दिया है। सरकार ने शिक्षा क्षेत्र के लिए अधिकतम 10,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया है।



दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षा से संबंधित सरकार की रणनीति का उल्लेख करते हुए आधारभूत संरचनाओं के निर्माण, ऊर्जावान शिक्षकों की नियुक्ति और मॉडल पाठ्यक्रम बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है। विधायक भावना गौड़ ने देश से प्रतिभा पलायन पर भी चिंता जाहिर की। गौड़ ने कहा कि प्रतिभावान और कुशल श्रम शक्ति देश से पलायन कर रही है। प्रतिभा पलायन रोकने के लिए दिल्ली सरकार को काम करना चाहिए।

Uttarakhand: Double Bench Hearing The Petition Against The Single Bench Decision Filed By The Congress And BJP

रावत को झटका, उत्तराखंड में कल बहुमत परीक्षण पर रोक 


उत्तराखंड में सियासी भूचाल के बाद अब मामला अदालत में पहुंचने पर कानूनी दाव पेच में उलझ गया है। जानकारी ये है कि केंद्र सरकार और कांग्रेस ने हाईकोर्ट की एकल पीठ के फैसले को डबल बेंच में चुनौती दी है। डबल बेंच की ओर से दोनों की याचिका स्वीकार कर ली गई है। डबल बेंच दोनों की याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। उकेंद्र सरकार का कहना है कि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा है। ऐसे में हरीश रावत को फ्लोर टेस्ट का मौका नहीं मिलना चाहिए।



जबकि कांग्रेस ने नौ बागी विधायकों को वोट देने के अधिकार के खिलाफ याचिका दायर की है। केंद्र की तरफ से पैरवी करने के लिए अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी और कांग्रेस की तरफ से कपिल सिब्बल पैरवी कर रहे हैं। दोनों ही याचिकाओं पर मुख्य न्यायाधीश केएन जोजफ और बिके बिष्ट की डबल बेंच सुनवाई करेगी।

नैनीताल हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने मंगलवार को अपने आदेश में हरीश रावत को 31 मार्च तक विधानसभा में बहुमंत साबित करने को कहा है। अदालत ने साथ ही ये भी कहा कि कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को भी वोटिंग का हक होगा, लेकिन इनके मतों को अलग रखा जाएगा।

उधर, मंगलवार को हाईकोर्ट के फैसले के बाद कानून के जानकार अपने तरीके से इसके निहितार्थ निकाल रहे हैं। जानकारों का कहना है कि कोर्ट का यह फैसला बागी विधायकों और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत दोनों के लिए कुछ राहत देने वाला है। कानून के जानकारों का कहना है कि बागी विधायकों को छोड़कर यदि अन्य विधायकों की वोटिंग कराई जाती तो बाद में बागी विधायकों की वोटिंग का पेच फंसता। कोर्ट ने राष्ट्रपति शासन पर टिप्पणी नहीं की और बागी विधायकों को भी मत का अधिकार दिया है।

Holding a lower rank post is humiliating: IAS Ashok khemka

तीन माह से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे खेमका ने फोड़ा टवीट् बम 

चर्चित आई.ए.एस. अधिकारी अशोक खेमका ने एक बार फिर से टवीट् करके सत्ता के गलियारों में खलबली मचा दी है। खेमका के निशाने पर इस बार वर्तमान भाजपा सरकार है। दो दिन पहले ही खेमका ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाने साधते हुए टवीट् किया था।



22 साल की नौकरी में 46 तबादले
बुधवार को किए गए टवीट में खेमका ने प्रदेश सरकार द्वारा नई पोस्टिंग न दिए जाने पर अपना रंज जाहिर किया है। 22 साल की नौकरी में 46 तबादलों का सामना करने वाले अशोक खेमका इन दिनों पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात हैं। वर्ष 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को खट्टर सरकार ने इस साल जनवरी माह के दौरान तरक्की देकर प्रधान सचिव का रैंक दिया था।
नया पद नहीं
विभागीय तरक्की पाने के बाद भी अशोक खेमका को नया पद नहीं दिया गया है। हालांकि सरकार ने खेमका के अलावा पांच अन्य अधिकारियों को भी प्रधान सचिव पद पर तरक्की दी थी लेकिन बुधवार को अशोक खेमका ने पहल करते हुए सरकार की कार्रवाई पर अपना रंज जाहिर कर दिया।

पोस्टिंग का इंतजार
खेमका ने टवीट करके कहा कि वह पिछले तीन माह से तरक्की के बाद नई पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। छोटे पद पर काम करते हुए अपमानित महसूस हो रहा है। ठीक उस तरह जैसे एक लैफ्टीनेंट जनरल को ब्रिगेडियर की पोस्ट दे दी जाए। अशोक खेमका के इस टवीट् से अफसरशाही तथा राजनैतिक गलियारों में फिर से हलचल शुरू हो गई है।

वाड्रा लैंड डील उजागर करके आए थे चर्चा में
अशोक खेमका पूर्व हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान डीएलएफ और वाड्रा लैंड डील घोटाला उजागर करने के बाद चर्चा में आए थे। हालांकि पूर्व सरकार ने खेमका के आरोपों को निराधार करार देते हुए उन्हें चार्जशीट भी कर दिया था। बाद में भाजपा सरकार ने खेमका की चार्जशीट वापस ली थी।

भाजपा सरकार में भी हो चुका है विवाद
अशोक खेमका का मौजूदा भाजपा सरकार में भी विवाद हो चुका है। खेमका ने परिवहन आयुक्त पद पर रहते हुए ओवरलोडिंग वाहनों तथा ओवर साइज वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। ट्रांसपोर्ट लॉबी के दबाव में आकर सरकार ने न केवल खेमका के फैसलों को पलट दिया था बल्कि उनका तबादला भी कर दिया गया था।

Now get 2 helmet for free with New two wheeler buying

अब बाइक और स्कूटर खरीदने पर मिलेंगे दो हेलमेट फ्री

राजस्थान में अब कोई भी दुपहिया वाहन खरीदने वाले ग्राहकों को दो हेलमेट फ्री मिलेंगे। ये हेलमेट दुपहिया वाहन बेचने वाले डीलर्स द्वारा अनिवार्य रूप से दिए जाएंगें।



परिवहन मंत्री ने दिए निर्देश
ग्राहकों को दुपहिया वाहन लेने पर डीलर्स द्वारा दो हेलमेट फ्री देने के निर्देश राज्य के परिवहन मंत्री यूनुस खान ने दिए हैं। इन निर्देशों के तहत डीलर्स द्वारा ग्राहकों को आईएसआई मार्का वाले हेलमेट देने होंगें।

हेलमेट नहीं देने पर ट्रेड सर्टिफिकेट रद्द
दुपहिया वाहन के साथ डीलर्स द्वारा दो हेलमेट अनिवार्य रूप से फ्री देने के के लिए विभाग के प्रमुख शासन सचिव पवन कुमार ने आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों की पालना नहीं करने वाले डीलर्स ट्रेड सर्टिफिकेट रद्द किया जा सकता है।

Vijay Mallya Says To SC: I Am Ready To Pay rs 4000 cr To Banks By September

माल्या बैंकों को सितंबर तक 4000 करोड़ रुपए चुकाने को राजी 

9000 करोड़ रुपए के कर्जदार विजय माल्या अब बैंकों को कर्ज में लिया हुआ पैसा देने को तैयार हो गए हैं। बैंकों कर कर्ज चुकाए बगैर देश छोड़ कर जा चुके माल्या ने कहा है कि वह सितंबर तक 4000 करोड़ रुपए बैंकों को आदा कर देंगे। सुप्रीम कोर्ट में माल्या के वकील ने बताया कि माल्या ने मंगलवार को ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैंकों से बात की है।
बैंकों से इस प्रपोजल पर सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते में जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 7 अप्रैल को होगी।



माल्या के वकीलों ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में प्रपोजल की कॉपी सील कवर में दे रहे हैं, क्योंकि मीडिया हाइप की वजह से यह पब्लिक इंटरेस्ट का विषय हो गया है। इस पर जस्टिस कूरियन ने कहा कि मीडिया का कोई इंटरेस्ट नहीं है सिवाय इसके कि बैंकों का पैसा वापस मिल जाए।

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी पूछा कि विजय माल्या भारत कब लौट रहे हैं। माल्या के वकील ने कहा कि वर्तमान में इसकी जरूरत नहीं है, क्योंकि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैंकों से बात कर रहे हैं।

माल्‍या ने कोर्ट को बताया कि वह बैंकों के साथ दो बार वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग कर चुके हैं। माल्या 2 मार्च को इंडिया से बाहर जा चुके हैं। माल्या के बारे में कहा जा रहा है कि वे लंदन में हैं। ईडी ने माल्या को समन जारी कर 2 अप्रैल तक पेश होने को कहा है। माल्या के खिलाफ हैदराबाद की एक अदालत ने नॉन-बेलेबल वॉरंट जारी किया है। वॉरंट चेक बाउंस और भुगतान नहीं करने के एक मामले में पेश नहीं होने पर जारी किया गया। कोर्ट ने पुलिस से माल्या को 13 अप्रैल अप्रैल तक पेश करने के आदेश दिए हैं।

गौरतलब हो कि बैंकों ने अपने पैसे को वापस पाने के लिए माल्या के किंगफिशर हाउस को निलाम करने का फैसला किया था लेकिन इसके लिए कोई खरीदार नहीं मिला था। आपको बता दें कि पिछले साल स्टेट बैंक ने विजय माल्या को विलफुल डिफॉल्टर करार दिया था।

Another FIR filed against Radhe Maa for carring trishul in plane

फ्लाइट में त्रिशूल साथ ले जाने पर राधे मां के खिलाफ FIR दर्ज

राधे मां के खिलाफ फ्लाइट में त्रिशूल लेकर चलने पर आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। एक पुलिस अधिकारी के अनुसार गत वर्ष राधे मां औरंगाबाद से मुंबई आते समय प्लेन में त्रिशूल लेकर चढ़ी थी जिस पर कुछ यात्रियों ने आपत्ति जताई थी। आपत्ति जताए जाने के बाद कोर्ट ने उन पर केस दर्ज करने का आदेश दिया था।



आरटीआई कार्यकर्ता असद पटेल ने राधे मां के खिलाफ अदालत में अपील करते हुए कहा था कि वह अगस्त 2015 में एक प्लेन में त्रिशूल लेकर गई थी। पटेल ने राधे मां के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने तथा उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इस पर मजिस्ट्रेट ने दो सप्ताह पहले एफआईआर के आदेश दिए थे।
पहले भी लग चुके हैं आरोप
हालांकि यह पहला मामला नहीं है जब राधे मां का नाम विवादों में घिरा है। उन पर पहले भी कई बार आरोप लग चुके हैं। मुंबई के ही बोरीवेली इलाके में एक महिला ने राधे मां सहित अपने पति तथा ससुरालजनों पर दहेज के लिए परेशान करने का आरोप लगाया था।
इसके अलावा मुंबई की ही एक वकील फाल्गुनी ब्रह्मभट्ट ने उन पर धर्म के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने और अश्लीलता फैलाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। राधे मां गत वर्ष उस समय भी चर्चा में आई थी जब उनकी मिनी स्कर्ट पहने कई फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी।

Former Pak political leader Hussain Haqqani accusses pakistan for terrorist attack in country

आतंकियों के सहारे कश्मीर की नीति पाक को पड़ी उल्टी: हक्कानी

अमरीका में पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक हुसैन हक्कानी ने कहा है कि कश्मीर में जिहादियों को समर्थन देना पाकिस्तान को भारी पड़ रहा है। उन्होंने यह बात रविवार को लाहौर में हुए भीषण आतंकी हमले की संदर्भ में कही है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की आजादी के मकसद से जिहादी समूहों के साथ पाकिस्तान की उच्चतम स्तर की संलिप्तता उल्टी पड़ रही है। पाकिस्तान की दशकों पुरानी नीति के उल्टा पड़ जाने के बावजूद देश के अधिकारी आतंकी समूहों के खिलाफ संपूर्ण युद्ध की घोषणा के लिए इच्छुक नहीं हैं।



एक मीडिया को दिए इंटरव्यू में हक्कानी ने कहा कि जिहादी समूहों के साथ पाकिस्तान की भागीदारी शुरू में मुख्यत: एक रणनीति के तहत थी। माना जा रहा था कि इससे अफगानिस्तान में प्रभाव कायम करने और जम्मू-कश्मीर को भारत से आजाद कराने में उन्हें फायदा होगा।

पूर्व राजनयिक ने हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि अपनी नीति के उल्टा पड़ जाने के बावजूद पाकिस्तान कुछ गिने-चुने जिहादी समूहों के खिलाफ ही कार्रवाई कर रहा है। यही वजह है कि वह ध्रुवीकरण की विभिन्न नीतियों का फायदा उठाकर शियाओं, अहमदियों या ईसाइयों को निशाना बना रहा है। साथ ही अधिक से अधिक लड़ाकों की भर्ती कर समाज में अपना प्रभुत्व बना रहा है।

अपने देश में हमले
हुसैन हक्कानी ने कहा कि लश्कर-ए-तैएबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन जो भारत में आतंकी हमले कर रहे हैं, उनके खिलाफ पाकिस्तान में कार्रवाई नहीं हो रही है। संभव है कि इन आतंकी संगठनों के कुछ सदस्यों ने अलग गुट बना लिया हो जो अपने देश में ही हमले कर रहे हों।

PM Modi reached Belgium, will address 5000 Indian

ब्रसेल्स पहुंचे पीएम नरेन्द्र मोदी, गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया


पीएम नरेन्द्र मोदी बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स पहुंच गए हैं। वहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उल्लेखनीय है कि मोदी इस समय तीन दिवसीय दौरे विदेश दौरे पर है। इस दौरान वे बेल्जियम के अलावा अमरीका तथा सऊदी अरब भी जाएंगे।



ये रहेगा पीएम मोदी का प्रोग्राम
वहां वे 13th इंडिया-यूरोपियन समिट में भाग लेंगे। इसके साथ ही उन्हें 5 हजार भारतीयों को संबोधित करेंगे। यहां उनके दौरे की शुरुआत यूरोपियन यूनियन और बेल्जियम के सांसदों के साथ मीटिंग से होगी। इसके बाद बेल्जियम के पीएम चार्ल्स मिशेल के साथ बाइलेट्रल मुद्दों और ग्लोबल ईश्यूज पर बातचीत करेंगे। इसके बाद उनकी मीटिंग बेल्जियम के लीडिंग बिजनेसमैन्स और सीईओ के साथ होगी।

लंच के बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्री दुनिया के सबसे बड़े ऑप्टिकल टेलिस्कोप को टेक्निकली एक्टिवेट करेंगे तथा दोनों नेता ज्वॉइंट स्टेटमेंट भी जारी करेंगे। यहां मोदी बेल्जियम में रह रहे भारतीयों को भी संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि लगभग 5000 से अधिक भारतीय उनका संबोधन सुनने के लिए एकत्रित होंगे। इसके बाद 30 मार्च की रात को ही मोदी वाशिंगटन के लिए रवाना हो जाएंगे।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रहेंगे पीएम मोदी
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले ही ब्रसेल्स में बम धमाके हुए थे जिनमें कई लोग मारे गए थे तथा काफी घायल भी हो गए थे। इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए यूरोप पर और हमले करने की धमकी भी दी थी।

JNU Row: BJP MLA Kiran Kher, Yogendra Yadav blames Kanhaiya for 84 and 2002 riots statement

84 तथा 2002 के दंगों पर बयान देकर घिरे कन्हैया, दी सफाई 

जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन प्रेजिडेंट कन्हैया कुमार 1984 के सिख दंगों तथा 2002 के गुजरात दंगों की तुलना पर दिए गए बयान से फिर चर्चा में आ गए हैं। गौरतलब है, उन्होंने जेएनयू में कहा था कि 84 के सिख दंगे भीड़ से भड़के दंगे थे, जबकि गुजरात दंगों के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार थी।



सोशल मीडिया पर कन्हैया के इस बयान को लेकर भी गहमागहमी रही। भाजपा सांसद किरण खेर ने ट्वीट करते हुए कन्हैया पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या आपका जमीर मर गया है?" खेर ने कहा कि इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा

वहीं दूसरी ओर जो लोग जेएनयू मामले के दौरान कन्हैया का साथ दे रहे थे, वे भी इस बयान के विरोध में आ गए हैं। योगेन्द्र यादव ने भी ट्वीट कर कहा कि कन्हैया! एक बार फिर सहमत नहीं होने पर खेद है। 2002 और 1984 दोनों ही राज्य से चलाई गई इमरजेंसी थी।

योगेन्द्र यादव के साथ ही आइसा की राष्ट्रीय प्रेसीडेंट सुचेता डे ने भी कन्हैया की आलोचना करते हुए कहा कि भारत शुरु हुआ लेफ्ट और प्रोग्रेसिव स्टूडेंट मूवमेंट 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कांग्रेस को क्लीन चिट नहीं दे सकता है। जेएनयू छात्रसंघ की वाइस प्रेजिडेंट शहला राशिद ने भी कहा, "मैं कन्हैया की उस स्पीच के दौरान वहां नहीं थीं परन्तु अगर उनका बयान सही रिपोर्ट किया गया है तो मेरा कहना है कि दोनों ही दंगों में राज्य सरकार का रोल था।"
अपनी चौतरफा आलोचना के बाद बयान पर सफाई देते हुए कन्हैया ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कहा, "इसमें जरा भी संदेह नहीं है कि इमरजेंसी इंडिया की डेमोक्रेसी के डार्क पीरियड में से एक था। 84 और 2002 दोनों ही तबाही और नरसंहार के लिए राज्य जिम्मेदार है।"
कन्हैया ने दी बयान पर सफाई
अपनी चौतरफा आलोचनाओं के बाद कन्हैया ने सफाई देते हुए कहा, "एक बार फिर मेरे बयान को गलत मायने के साथ पेश किया है। इसमें जरा भी शक नहीं कि इमरजेंसी भारत के लोकतंत्र के डार्क पीरियड में से एक था। 1984 और 2002 दोनों ही नरसंहार स्टेट ने लीड किए।"
उन्होंने कहा कि देशभर में छात्रों की आवाज दबाने के लिए केन्द्र सरकार स्टेट पावर के सहारे अपनी फासीवाद एजेंडा को आगे बढ़ा रही है। जो आज हम देख रहे हैं, वो भी एक तरह की अघोषित इमरजेंसी ही है।

मंगलवार, 29 मार्च 2016

America: FBI unlocked terrorists’s iphone after apple refused to do it

एप्पल के इंकार के बाद FBI ने किया आंतकी का आईफोन हैक 

अमरीका के न्याय विभाग को पिछले साल कैलिफोर्निया राज्य के सैन बर्नार्डिनो शहर में गोलीबारी की घटना में शामिल रहे एक आतंकवादी के एप्पल के आईफोन को हैक करने में सफलता मिल गई है। उसने इस सफलता के बाद दिग्गज कंपनी एप्पल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई वापस ले ली है।



मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आतंकवादी सईद फारूक के आईफोन को क्रैक करने में एक तीसरी पार्टी ने संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) की मदद की। उसकी मदद से फोन का डाटा डिलीट हुए बिना उसे क्रैक करने में सफलता हाथ लगी है। उल्लेखनीय है कि फारूक और उसकी पत्नी तशफीन मलिक ने दो दिसंबर, 2015 को सैन बर्नार्डिनो शहर में लोगों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं, जिसमें 14 लोग मारे गए थे।

एप्पल की ओर से सोमवार को एक बयान में कहा गया, "हम कानून प्रर्वतन अधिकारियों की उनकी जांच में मदद करना जारी रखेंगे, जैसा हम शुरुआत से करते आए हैं। हम हमारे उत्पादों की सुरक्षा बढ़ाना जारी रखेंगे क्योंकि हमारे डाटा पर हमले और खतरे और ज्यादा व जटिल हो गए हैं।"

Egypt airline flight hijacked, kidnapped identified

इजिप्ट एयरलाइन का विमान हाईजैक, अपहरणकर्ता की पहचान हुई 

एलेक्जेंड्रिया से काहिरा जा रहे एक यात्री विमान का अपहरण कर बंधक बनाए गए 77 यात्रियों को सुरक्षित रिहा करवा लिया गया है। इजिप्ट मीडिया में चल रही रिपोर्टों के अनुसार यह एक घरेलू मसले से प्रेरित हादसा हो सकता है। आरोपी का नाम इब्राहीम बताया गया है। बताया जा रहा है कि उसकी पूर्व पत्नी साइप्रस में रहती है। वह उससे मिलना चाहता था तथा वह साइप्रस में शरण लेना चाहता था। आरोपी के पास विस्फोटक होने की भी पुष्टि नहीं की जा सकी है।



ये है पूरा मामला
आरोपी युवक इब्राहीम ने एलेक्जेंड्रिया से काहिरा जा रहे एक यात्री विमान का अपहरण कर लिया गया था। विमान में यात्रियों तथा क्रू मेम्बर्स सहित कुल 88 लोग सवार थे। यह मिस्र का घरेलू यात्री विमान था। यह सुबह एलेक्जेंड्रिया से काहिरा के लिए रवाना हुआ था। परन्तु उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद इसकी दिशा बदल कर इसे साइप्रस ले जाया गया। साइप्रस सरकार ने अपहरणकर्ता से मांगे रखने और आपसी बातचीत करने की भी पेशकश की थी परन्तु उसने कोई मांग नहीं रखी। बाद में उसने महिलाओं तथा बच्चों को रिहा कर दिया था।

कुछ देर बाद उसने 4 विदेशी नागरिकों तथा 7 क्रू मेम्बर्स को छोड़ कर बाकी सभी को रिहा कर दिया। बाद में उसने विमान में ही सवार एक अन्य युवती को चिट्ठी देने की शर्त रखी तथा साइप्रस में शरण देने की मांग की। अभी भी अपहरणकर्ता से बचे हुए यात्रियों तथा क्रू मेम्बर्स की रिहाई के लिए बातचीत चल रही है।