बुधवार, 30 मार्च 2016

Holding a lower rank post is humiliating: IAS Ashok khemka

तीन माह से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे खेमका ने फोड़ा टवीट् बम 

चर्चित आई.ए.एस. अधिकारी अशोक खेमका ने एक बार फिर से टवीट् करके सत्ता के गलियारों में खलबली मचा दी है। खेमका के निशाने पर इस बार वर्तमान भाजपा सरकार है। दो दिन पहले ही खेमका ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर निशाने साधते हुए टवीट् किया था।



22 साल की नौकरी में 46 तबादले
बुधवार को किए गए टवीट में खेमका ने प्रदेश सरकार द्वारा नई पोस्टिंग न दिए जाने पर अपना रंज जाहिर किया है। 22 साल की नौकरी में 46 तबादलों का सामना करने वाले अशोक खेमका इन दिनों पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग में प्रधान सचिव के पद पर तैनात हैं। वर्ष 1991 बैच के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को खट्टर सरकार ने इस साल जनवरी माह के दौरान तरक्की देकर प्रधान सचिव का रैंक दिया था।
नया पद नहीं
विभागीय तरक्की पाने के बाद भी अशोक खेमका को नया पद नहीं दिया गया है। हालांकि सरकार ने खेमका के अलावा पांच अन्य अधिकारियों को भी प्रधान सचिव पद पर तरक्की दी थी लेकिन बुधवार को अशोक खेमका ने पहल करते हुए सरकार की कार्रवाई पर अपना रंज जाहिर कर दिया।

पोस्टिंग का इंतजार
खेमका ने टवीट करके कहा कि वह पिछले तीन माह से तरक्की के बाद नई पोस्टिंग का इंतजार कर रहे हैं। छोटे पद पर काम करते हुए अपमानित महसूस हो रहा है। ठीक उस तरह जैसे एक लैफ्टीनेंट जनरल को ब्रिगेडियर की पोस्ट दे दी जाए। अशोक खेमका के इस टवीट् से अफसरशाही तथा राजनैतिक गलियारों में फिर से हलचल शुरू हो गई है।

वाड्रा लैंड डील उजागर करके आए थे चर्चा में
अशोक खेमका पूर्व हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान डीएलएफ और वाड्रा लैंड डील घोटाला उजागर करने के बाद चर्चा में आए थे। हालांकि पूर्व सरकार ने खेमका के आरोपों को निराधार करार देते हुए उन्हें चार्जशीट भी कर दिया था। बाद में भाजपा सरकार ने खेमका की चार्जशीट वापस ली थी।

भाजपा सरकार में भी हो चुका है विवाद
अशोक खेमका का मौजूदा भाजपा सरकार में भी विवाद हो चुका है। खेमका ने परिवहन आयुक्त पद पर रहते हुए ओवरलोडिंग वाहनों तथा ओवर साइज वाहनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। ट्रांसपोर्ट लॉबी के दबाव में आकर सरकार ने न केवल खेमका के फैसलों को पलट दिया था बल्कि उनका तबादला भी कर दिया गया था।

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