रविवार, 27 मार्च 2016

Shivsena Attacks On Mahbooba Mufti In Saamna After Alliance With BJP

CM बनने से पहले 'भारत माता की जय' कहें महबूबाः शिवसेना

जम्मू-कश्मीर में सरकार बनने को लेकर सहमति भले ही बन गई हो लेकिन राज्य पर राजनीति अभी भी कम नहीं हुई हैं। बीजेपी-पीडीपी के गठबंधन वाली सरकार पर सहमति बनना शायद शिवसेना को रास नहीं आ रहा है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में महबूबा मुफ्ती से पूछा है कि क्या अब वे भारत माता की जय कहेंगी?



सामना में लिखा गया है कि संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु के बारे में महबूबा मुफ्ती की अब क्या राय है। क्योंकि अफजल गुरु को आतंकवादी मानने से महबूबा और उनका पीडीपी दल तैयार नहीं है। इन दिनों देश में राष्ट्रवाद को लेकर चर्चा जोरों पर है। क्या महबूबा मुफ्ती भारत माता की जय कहेंगी?

अफजल को लेकर रुख साफ करे पीडीपी
सामना में साफ शब्दों में लिखा गया है कि क्या आज भी महबूबा मुफ्ती के मन में ऐसे ख्याल हैं कि अफजल गुरु का शव तिहाड़ से खोदकर कश्मीर लाया जाए और किसी वीर योद्धा की तरह उसे दफन किया जाए? मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही यह भयंकर विचार झटक कर वह नए राष्ट्रवादी विचारों की बागडोर थामेंगी क्या?

शपथ ग्रहण से पहले बोलें भारत माता की जय
सामना में लिखा गया है कि बीजेपी ने महबूबा के साथ नया खेल रचा है, लेकिन लाखों कश्मीरी पंडितों की जिंदगी का खेल आतंकवादियों ने तबाह कर रखा है। यह खेल नई राज्य व्यवस्था को फिर से बसाना होगा। भारत माता की जय कहने वाले कश्मीरी पंडितों ने बलिदान दिया है। उनके द्वारा बहाए गए खून के छिड़काव पर नई शासन व्यवस्था खड़ी हो रही है। इसलिए नई मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण से पहले भारत माता की जय कहें, ऐसी उम्मीद देश को है तो इसके लिए बुरा लगने की कोई जरूरत नहीं।

अफजल गुरू पर अपना रूख साफ करें महबूबा मुफ्ती-आप
वहीं आम आदमी पार्टी ने भी पीडीपी से अफजल गुरु पर अपना नजरिया स्पष्ट करने को कहा है। आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास ने शनिवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में पीडीपी-भाजपा की गठबंधन सरकार एक बार फिर बनने जा रही है, और अब महबूबा मुफ्ती मुख्यमंत्री होंगी। इन्हीं महबूबा मुफ्ती ने वर्ष 2001 में संसद पर हमले में अफजल गुरु की कथित भूमिका के लिए उसे फांसी दिए जाने को गलत ठहराया था।

शपथ-ग्रहण समारोह में केवल तिरंगा लगा हो-आप
विश्वास ने जेएनयू विवाद पर भी मुफ्ती पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जेएनयू यूनिवर्सिटी में जिन कश्मीरी लड़कों ने भारत विरोधी नारे लगाए थे, उनकी गिरफ्तारी सिर्फ इसलिए नहीं हो पाई है, क्योंकि इस मामले में महबूबा मुफ्ती हस्तक्षेप कर रही थी। अब उम्मीद है कि वो उन लड़कों गिरफ्तार कराने में मदद करेंगी। वहीं आप नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि वह बधाई देते हैं कि महबूबा मुफ्ती अफजल गुरु को आंतकवादी मानने के लिए तैयार हो गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि जिस दिन शपथ-ग्रहण समारोह होगा उस दिन सिर्फ देश का तिरंगा लगा होगा, इसके अलावा और कोई भी झंडा नहीं लगा होना चाहिए।

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