शुक्रवार, 1 अप्रैल 2016

jit accepted that terrorists was from pakistan

पठानकोट हमला: JIT ने माना, पाकिस्तान से आए थे आतंकी 

पाकिस्तान ने पठानकोट आतंकवादी हमले मामले में अपने रूख में बदलाव लाते हुए भारत द्वारा दिए गए सबूतों को स्वीकार कर लिया है कि इस हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक थे। पठानकोट हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान के संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के साथ सबूत साझा किए। जेआईटी पठानकोट हमलों की जांच के लिए भारत आई हुई है।



एनआईए के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि हां, उनके साथ साझा किये गए सबूतों पर एकराय कायम हो गई है। कुछ चीजों से इनकार नहीं किया जा सकता। हमने उन्हें चार आतंकवादियों की पोस्टमार्टम और डीएनए रिपोर्ट सौंपी। आतंकवादियों के पास जो हथियार थे उन पर पाकिस्तान की मुहर थी। पाकिस्तान से कॉल ट्रेस की गई। इन सब बातों से पता चलता है कि वे पाकिस्तानी नागरिक थे।

एनआईए ने साजिशकर्ताओं मौलाना मसूद अजहर उसके भाई राउफ असगर और आतंकियों के हैंडलर कासिफ जान के खिलाफ पुख्ता सबूत देते हुए कहा की ये तमाम सबूत पकिस्तान के कोर्ट के लिए भी मान्य हैं। इसके आधार पर पाकिस्तान दोषियों को सजा दिलाए। एनआईए के मुताबिक पकिस्तान में जो एफआईआर दर्ज की गई है वो भारत के एआआईआर से काफी मेल खा रही है।

पाकिस्तान मुंबई हमलों की तरह पठानकोट हमले में अपनी सरजमीं का इस्तेमाल किए जाने से इनकार करता रहा है, लेकिन भारत के ठोस सबूतों को स्वीकार करना उसकी बड़ी हार है। आईटी और एनआईए के बीच जांच को लेकर बातचीत का आज चौथा दिन था। जेआईटी पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर गत दो जनवरी को हुए आतंकवादी हमले से पहले नाटकीय ढंग से आतंकवादियों द्वारा अगवा किए जाने और फिर रिहा किए जाने वाले पंजाब पुलिस के विवादित अधिकारी सलविंदर सिंह समेत अन्य गवाहों से भी पूछताछ कर रही है।

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